Manya Surve Biography, Education, College, Death
एक लड़का Parhai Mai लाजवाब था वे अपनी ग्रेजुएशन में सेवन्टी परसेंटेज पास होते हैं उस की चाहत थी एक अच्छा आदमी बनने की
राशि कैसे वो बन गया मुंबई का एक सबसे खतरनाक गैंग्स्टर ये कहानी है मनेइर अर्जुन सुर्वे की है हरभजन आठ वर्ष में महाराष्ट्र के रंग पर गांव में हुआ था मनोहर से आठ साल का था जब वह अपनी माँ और सौतेले पापा के साथ मुम्बई आ जाता है वो Dadar के कीर्ति कॉलेज से अच्छे नंबर के साथ अपना Graduation Pass करता है
लेकिन ईस दौरान उसका सौतेला भाई भार्गव जो दादार के आधार बाजार में ठगी का काम करता था गाँधी का नाम के आदमी का खून कर देता है पुलिस भार्गव के साथ साथ उसके छोटे भाई मनोहर और उसके दोस्त टूटकर को भी शक के वे पकड़ लेती है और ईन तीनों को उम्रकैद की सजा दे दी जाती है बस यहीं से शुरू होता है मनवर से Manya Surve बनने का सफर मान्य को खोने के लिए वाला जेल में डाल दिया जाता है लेकिन जेल में कोटिया नाम के बदमाश से मान्य की दुश्मनी हो जाती है इस दुश्मनी की वजह से पुलिस मान्य को ये वासे रत्नागिरि जेल भेज देती है मान्य को जेल में अब नौ साल से ज्यादा हो चूके हैं पेट एक दिन रत्नागिरि जेल में एक हंगर स्ट्राइक होता है जिससे मामले अभी पार्ट लेता है और इस हंगर स्ट्राइक की वजह से वो अपना तकरीबन बीस किलो वजन खो देता है मान्य संघर्ष स्ट्राइक की वजह से इतना कमजोर हो जाता है कि उसके पास ही मौजूद स्व हॉस्पिटल ले जाया जाता है बस यही वह मौका जिसे मानने की तलाश थी मुंबई आगे धारा बीस एक मजबूत डोंबिवली के विष्णू पाटील और उम्र के साथ मैं एक बनाता है और फिर पांच अप्रैल को यह गेंद अपनी पहली चोरी करता है ये वो समय था जब मुंबई में गौर कर रहा था करीम लाला का ज्ञान दाऊद और उसके बाद सभी से परेशान था इसलिए वो इन दोनों की मारना चाहता था और उनके कतल को अंजाम देने के लिए अगर किसी ने काबिलियत थी तो वे मान ने सुध नहीं था स्वर्वेद फरवरी को राहुल के भाई शब्बीर को